बलिया पत्रिका / सिकंदरपुर :- धान की नर्सरी का समय बीतता जा रहा है जिसके चलते किसान काफी परेशान दिख रहे है। बावजूद इसके सिंचाई विभाग किसानों की फसलों का दुश्मन बना हुआ है। क्षेत्र के नहरों में पानी न आने से अधिकांश किसानों की धान की नर्सरी अब तक नहीं पड़ सकी है। और कुछ किसानों ने नर्सरी डाल भी दी है तो बारिश नही होने की स्थिति में सूखने लगेगा। किसान नहरों में जल्द से जल्द पानी छोड़े जाने की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि क्षेत्र की सिंचाई व्यवस्था तुर्तीपार कैनाल पर निर्भर है। परंतु सिकन्दरपुर रजवाहा, रुद्रवार माइनर, हुसैनपुर माईनर तथा बघुरी माईनर की नहर में इस सीजन में आज तक पानी नहीं आया है। इससे नहरों के भरोसे धान की नर्सरी डालने वाले किसान पानी के लिए व्याकुल हो रहे हैं। साथ ही प्रतिदिन नहरों में पानी आने की बाट जोह रहे हैं। वहीं जिन किसानों ने येन केन प्रकारेण अपने खेतों में धान की नर्सरी लगा दिया है वह भी पानी की कमी के कारण अपनी नर्सरी को बर्बाद होता देख चिंता में डूब गए हैं। नर्सरियों को लेट होता देख क्षेत्रीय किसानों ने शीघ्रातिशीघ्र नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग की है। सिसोटर निवासी किसान दयाशंकर प्रजापति ने बताया कि नहर में पानी न आने से इस क्षेत्र के किसान धान की नर्सरी समय से न लगा पाने के लिए विवश है।यह हम किसानों पर आघात जैसा है। अगर नहर विभाग इस को गम्भीरता से नही लेता है तो हम इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को करने के लिए बाध्य हैं।
आशुतोष पाण्डेय की रिपोर्ट
