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आपातकाल की घोषणा लोकतंत्र के मुख पर अविस्मरणीय कालिख : चंद्रशेखर सिंह


बलिया पत्रिका / बैरिया :- बृहस्पतिवार को जनपद के लोकतांत्रिक सेनानियों द्वारा महापुरुषों के प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर आपातकाल का काला दिवस मनाया गया। लोकतांत्रिक सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक चन्द्रशेखर सिंह व पूर्व मंत्री राजधारी सिंह, धीरेंद्र श्रीवास्तव,धनराज सिंह, बीर बहादुर सिंह, रणधीर सिंह 'सेंगर' के नेतृत्व में दर्जनों लोकतंत्र सेनानीयों ने बैरिया पहुंच कर स्व मैनेजर सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जमकर नारेबाजी भी किया। इस अवसर पर पूर्वमंत्री राजधारी सिंह ने कहा कि जब-जब सत्ता की मद में चूर सरकारों ने जनभावनाओं को रौंदने का काम किया , इतिहास साक्षी है कि जनता ने उन्हें जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया। लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करना हमारी संवैधानिक दायित्व ही नही है हमारे देश की संस्कृति भी रहा है। जयप्रकाशनगर में यात्रा सभा को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के संयोजक व लोकतंत्र सेनानी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि इसी माटी के लाल लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के जनांदोलन को रौंदने के लिए देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने 25 जून को आपात काल की घोषणा की थी , और निहथे गांधीवादी लोगों को लाठी से पीट-पीट कर लहूलुहान कर दिया गया। जनता की आवाज उठाने वालों को जेलों में ठूस दिया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र बचाओ और चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने जैसे संकल्प लोकतंत्र सेननी ले।
    आगे उन्होंने कहा है कि 25 जून 1974 को लोकनायक जयप्रकाश जी के जनसंघर्षों से तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपात काल घोषित कर जिस तरह से लोकतंत्र के मुंह पर कालिख पोत दिया था, उसे युगों-युगों तक भुलाया नही जा सकता है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जयप्रकाश यादव मुन्ना , अरविंद तिवारी, ओम प्रकाश उर्फ लालू यादव,अजय सिंह, आनन्द जी गोड़, जितेंद्र सिंह, जेपी यादव, वर्षान्त श्रीवास्तव तथा संतोष यादव आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

अशुतोष पाण्डेय की रिपोर्ट