बलिया पत्रिका / चिलकहर :- भले ही उप्र सरकार सरकारी भूमि से अवैध कब्जा दखल एवं अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। परन्तु यह दावा परवान नही चढ पा रहा है। इसका मूल कारण है राजस्व विभाग के लोक सेवको की कदाचारिता। खुद राजस्व विभाग के कर्मचारी ही सरकारी भूमि पर आर्थिक स्वार्थ मे अवैध अतिक्रमण करा रहे है। यह कहना है ग्राम पंचायत संवरा के पंडितपुरा निवासी एवं समाजसेवी मुन्ना उपाध्याय का, जिन्होंने संवरा ग्राम पंचायत अन्तर्गत पंडितपुरा मे सरकारी नाली एवं चकमार्ग पर ग्रामीणों द्वारा किये जा रहे सरकारी नाली एवं चकमार्ग की भूमि पर अवैध निर्माण एवं कब्जा दखल की शिकायत उत्तर प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर सम्प्रेषित करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया मे व्यक्त किया।
श्री उपाध्याय ने अपने प्रार्थना पत्र जो जिलाधिकारी को संबोधित और प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर लिखे अपने शिकायती पत्र मे कहा है कि पंडितपुरा मे चक मार्ग एवं सरकारी नाली पर ग्रामीणों द्वारा कब्जा दखल कर अवैध भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। इस संबंध मे क्षेत्रीय लेखपाल एवं कानूनगो ध्यान आकृष्ट कराने पर कहा जा रहा है कि सरकारी भूमि जनता के लिए है। इस पर कोई अतिक्रमण कर रहा है तो आपको क्या नुकसान है ? लेखपाल की यह बात उनके भ्रष्ट मनोवृति का सूचक है। श्री उपाध्याय ने जनसुनवाई पोर्टल पर जिलाधिकारी बलिया को संबोधित पत्र भेज सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने एवं भ्रष्ट लोकसेवको के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की मांग किया है।
आशुतोष पाण्डेय की रिपोर्ट
